प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने हाल ही
में राज्यसभा सांसद और प्रसिद्ध संगीतकार
इलैयाराजा से मुलाकात की।
इस भेंट के दौरान पीएम
मोदी ने उनकी संगीत
प्रतिभा और भारतीय संगीत
व संस्कृति में उनके योगदान की सराहना की।
इलैयाराजा,
जिन्हें इसै ज्ञानी के रूप में
भी जाना जाता है, भारतीय संगीत की दुनिया में
एक महत्वपूर्ण नाम हैं। उन्होंने 7,000 से अधिक गानों
की रचना की है और
1,000 से अधिक फिल्मों के लिए संगीत
दिया है। उनकी रचनाएँ भारतीय शास्त्रीय संगीत और पश्चिमी संगीत
का अनूठा संगम प्रस्तुत करती हैं।
कुछ
दिनों पहले, इलैयाराजा ने लंदन में
अपनी पहली पश्चिमी क्लासिकल सिम्फनी "वेलियंट" को प्रस्तुत किया।
यह ऐतिहासिक कार्यक्रम विश्व प्रसिद्ध रॉयल फिलहारमोनिक ऑर्केस्ट्रा के सहयोग से
हुआ। यह उपलब्धि उनके
संगीत सफर में एक नया अध्याय
जोड़ती है और अंतरराष्ट्रीय
स्तर पर भारतीय संगीत
की प्रतिष्ठा को और ऊँचाइयों
तक ले जाती है।
प्रधानमंत्री
मोदी ने इस मुलाकात
के दौरान इलैयाराजा की संगीत साधना
को नमन किया और कहा कि
उनकी रचनाएँ भारतीय संस्कृति और संगीत में
गहरी छाप छोड़ चुकी हैं। वे केवल एक
संगीतकार नहीं, बल्कि संस्कृति के वाहक और
प्रेरणा के स्रोत हैं।
मुख्य बातें: - प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी और इलैयाराजा की
मुलाकात
- भारतीय संगीत में इलैयाराजा का योगदान
-
लंदन में रॉयल फिलहारमोनिक ऑर्केस्ट्रा के साथ उनका
ऐतिहासिक प्रदर्शन
-
भारतीय संगीत की वैश्विक पहचान
इस
मुलाकात से यह स्पष्ट
होता है कि भारतीय
संगीत न केवल देश
में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी
गूंज बना रहा है। इलैयाराजा की यह उपलब्धि
आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत
बनी रहेगी।