मेरठ: लड़की ही बदतमीज थी हमारी पति की हत्या करने वाली मुस्कान की मां ने खोली पूरी पोल

 

मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है, जहां पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस ने खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मृतक के शव को बरामद कर लिया गया है।

  घटना का पर्दाफाश तब हुआ जब 18 मार्च 2025 को बब्लू नामक व्यक्ति, जो मृतक सौरभ का भाई है, ने पुलिस को सूचना दी कि उसका भाई 5 मार्च से लापता है। बब्लू को शक था कि उसके भाई की हत्या उसकी भाभी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने की है। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि मृतक सौरभ लंदन में एक बेकरी में नौकरी करता था और महीने में एक बार भारत आता था। इस बीच, उसकी पत्नी मुस्कान के साहिल शुक्ला से प्रेम संबंध बन गए। दोनों ने सौरभ को रास्ते से हटाने की साजिश रच ली।

4 मार्च की रात मुस्कान ने अपने पति के खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसने अपने प्रेमी साहिल को घर बुलाया। दोनों ने मिलकर पहले चाकू से सौरभ के सीने पर वार किया, फिर गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं, शव को ठिकाने लगाने के लिए दोनों ने सौरभ के हाथ काट दिए और अगले दिन पास के बाजार से एक बड़ा प्लास्टिक ड्रम, सीमेंट और रेत खरीद लाए। शव को ड्रम में डालकर उसे सीमेंट और रेत से भर दिया और कमरे में रख दिया।

हत्या के बाद आरोपी निश्चिंत होकर शिमला घूमने चले गए। 17 मार्च की रात जब वे वापस लौटे, तब तक पुलिस मामले की जांच को तेज़ी से आगे बढ़ा चुकी थी। पुलिस  ने सख्ती से पूछताछ की, तो दोनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने ड्रम से शव बरामद कर लिया

जब मुस्कान की मां से इस हत्याकांड को लेकर पूछताछ हुई, तो उसने कहा, "हमारी लड़की ही बदतमीज थी, हम उसे बहुत समझाते थे लेकिन उसने हमेशा अपनी मनमानी की। हमें अंदाजा नहीं था कि वह इस हद तक चली जाएगी।"

फिलहाल, पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। यह घटना प्रेम संबंधों की अंधी दौड़ में रिश्तों की बर्बादी और अपराध की एक खौफनाक मिसाल बन गई है। समाज को इस घटना से सबक लेना चाहिए और रिश्तों में संवाद, विश्वास और संयम बनाए रखने की जरूरत है ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

हालांकि, यह घटना दुखद और भयावह है, लेकिन इससे हमें यह सीख मिलती है कि रिश्तों में पारदर्शिता और आपसी सम्मान बेहद जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना, परिवार के भीतर संवाद को मजबूत करना और सही समय पर सही फैसले लेना ऐसी त्रासदियों को रोक सकता है। समाज को एकजुट होकर प्यार, समझ और सहिष्णुता की भावना को बढ़ावा देना चाहिए ताकि हर व्यक्ति स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जी सके।

 

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