कैसे शुरू
हुई
कार्रवाई?:
पुलिस को सूचना मिली
थी कि कुछ युवक
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, खासकर इंस्टाग्राम और X पर, हथियारों के साथ वीडियो
और तस्वीरें अपलोड कर रहे थे।
इन पोस्ट्स में वे न सिर्फ
हथियार लहरा रहे थे, बल्कि धमकी भरे संदेश भी लिख रहे
थे, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन
रहा था। सूचना मिलते ही स्पेशल स्टाफ
टीम ने साइबर सेल
की मदद से इन पोस्ट्स
को ट्रेस किया और आरोपियों की
पहचान की।
ऑपरेशन की
पूरी
कहानी:
पूर्वी दिल्ली के मधु विहार
और कल्याणपुरी इलाकों में पुलिस ने देर रात
छापेमारी शुरू की। सूत्रों के मुताबिक, टीम
ने पहले नाबालिग को पकड़ा, जिसने
पूछताछ में अपने तीन साथियों के नाम उजागर
किए। इसके बाद पुलिस ने तेज़ी से
कार्रवाई करते हुए तीनों मुख्य आरोपियों - राशिद (22), अकरम (24), और सलमान (23) को
उनके ठिकानों से गिरफ्तार कर
लिया। छापेमारी के दौरान पुलिस
को एक घर से
देसी कट्टे और कारतूस मिले,
जबकि एक अन्य आरोपी
के पास से चाकू बरामद
हुआ।
पुलिस का
बयान:
पूर्वी दिल्ली के DCP, प्रियंका कश्यप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस
में बताया, "यह कार्रवाई सोशल
मीडिया पर बढ़ते अपराध
को रोकने की दिशा में
एक बड़ा कदम है। हमने देखा कि कुछ लोग
हथियारों का प्रदर्शन कर
समाज में डर फैलाने की
कोशिश कर रहे थे।
दिल्ली पुलिस ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त
है और शहर में
शांति भंग करने वालों को बख्शा नहीं
जाएगा।" उन्होंने यह भी कहा
कि नाबालिग को किशोर सुधार
गृह भेजा जाएगा, जबकि तीनों आरोपियों पर आर्म्स एक्ट
और IPC की धाराओं के
तहत मामला दर्ज किया गया है।
जनता की
प्रतिक्रिया:
स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई
की तारीफ की है। मधु
विहार के एक निवासी,
सुरेश कुमार ने कहा, "पिछले
कुछ दिनों से सोशल मीडिया
पर ऐसी वीडियो देखकर डर लग रहा
था। पुलिस ने सही समय
पर कदम उठाया।" हालांकि, कुछ लोगों ने सवाल उठाया
कि ऐसे हथियार युवकों तक कैसे पहुंच
रहे हैं, और इसकी तह
तक जाने की मांग की।
आगे की
जांच:
पुलिस अब यह पता
लगाने में जुटी है कि ये
हथियार कहां से आए और
क्या इनका कोई बड़ा आपराधिक नेटवर्क से कनेक्शन है।
सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों
से पूछताछ में कुछ चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।
यह
घटना दिल्ली में बढ़ते साइबर अपराध और सोशल मीडिया
के दुरुपयोग पर भी सवाल
खड़े करती है। क्या आपके पास इस खबर से
जुड़ा कोई सवाल है या इसे
और विस्तार से जानना चाहते
हैं?